कल्याण मटका: 10 महत्वपूर्ण बातें

कल्यांण मटका एक सट्टा (जुआ) खेल है जो मुख्य रूप से भारत के महाराष्ट्र राज्य में खेला जाता है।

यह एक प्रकार की लॉटरी है जिसमें 0 से 9 तक की संख्याओं पर दांव लगाया जाता है।

कल्याण मटका की शुरुआत 1960 के दशक में मुंबई के कल्याण इलाके में हुई थी।

तब कपास की बेलों के खुलने और बंद होने के समय के आधार पर संख्याओं का अनुमान लगाया जाता था।

कल्याण मटका में एक दिन में दो बार ड्रॉ होते हैं। पहला ड्रॉ दोपहर में और दूसरा शाम को होता है।

प्रत्येक ड्रॉ में तीन नंबर निकाले जाते हैं। खिलाड़ी इन नंबरों पर विभिन्न प्रकार के दांव लगा सकते हैं।

कल्याण मटका में दांव लगाने के कई तरीके हैं

सिंगल: एक ही नंबर पर दांव लगाना। – जोड़ी: दो नंबरों पर दांव लगाना।

पन्ना: तीन नंबरों पर दांव लगाना। – ओपन/पट्टी: पहले निकलने वाले नंबर पर दांव लगाना। – क्लोज/पैनल: दूसरे और तीसरे निकलने वाले नंबरों पर दांव लगाना।